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۞ سوق عكـ |73| ـاظ ۞ دعْ عنك ما قد كانْ *** فالكلّ ماضٍ فانْ | ط·آ§ط¸â€ط·آµط¸ظ¾ط·آط·آ© ط·آ§ط¸â€ط·ع¾ط·آ§ط¸â€ط¸ظ¹ط·آ© | ط·آ¨ط·آ¯ط·آ§ط¸ظ¹ط·آ© ط·آ§ط¸â€ط·آµط¸ظ¾ط·آط·آ© |